अदबी संगम --ZOOM MEETING --FEBRUARY 26 ,2022
मोहब्बत --- TIME -6 PM
मोहब्बत --- TIME -6 PM
मंजिलें अपनी जगह है रस्ते अपनी जगह ,
मोहब्बत की झूटी कहानी पे रोय ,
एक बार तो -----एक बार तो ------
आ जाओ हमारे शहर
सदा बरसात रहती है वहां----
कभी बादल बरसते हैं ,
और ,कभीआँखे , हमारी
सिर्फ उनकी -मोहब्बत में
बड़ा ही सोच समझ के मैंने ,
लिखा था दिल के दरवाजे पर ,
एक बार तो -----एक बार तो ------
आ जाओ हमारे शहर
सदा बरसात रहती है वहां----
कभी बादल बरसते हैं ,
और ,कभीआँखे , हमारी
सिर्फ उनकी -मोहब्बत में
बड़ा ही सोच समझ के मैंने ,
लिखा था दिल के दरवाजे पर ,
अंदर आना सख्त मना है
न जाने कब दाखिल हो गया यह इश्क
न जाने कब दाखिल हो गया यह इश्क
मुस्कुराते हुए बोला
माफ़ करना दोस्त , मैं तो अँधा हूँ
माफ़ करना दोस्त , मैं तो अँधा हूँ
न मैं देख सकता हूँ , न ही पढ़
मोहब्बत किससे और कब हो जाये अदांजा नहीं होता I
ये वो घर है, जिसका कोई दरवाजा नहीं होता II
एक ही शर्त है मोहब्बत में ,
नजरें टकराती है , झुक जाती हैं,
मोहब्बत किससे और कब हो जाये अदांजा नहीं होता I
ये वो घर है, जिसका कोई दरवाजा नहीं होता II
एक ही शर्त है मोहब्बत में ,
नजरें टकराती है , झुक जाती हैं,
दिल का दरवाजा खुल जाता है
सिम सिम जादू की तरह
इश्क एक चिंगारी है ,दोस्तों ने कहा
इश्क एक चिंगारी है ,दोस्तों ने कहा
ख़ाक हो जाओगे
इसका क्यों खौफ दिखाते हो हमें ?
हम तो पहले से ही दिल में
मोहब्बत की आग का दरिया ,
चुपचाप बसाये बैठे हैं ,
राख हो चुकते हम इसआग में ,कब के
आँखों में हमारे अगर ,छलकता ,समुन्दर न होता
चुपचाप बसाये बैठे हैं ,
राख हो चुकते हम इसआग में ,कब के
आँखों में हमारे अगर ,छलकता ,समुन्दर न होता
मोहब्बत मिली तो नींद भी न रही अपनी !
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितना सकून था !!
लोग हर बार यही पूछते हैं ,तुमने उसमें देखा क्या !
बेवजह गिरफ्तार होकर रह गए उनकी नज़रों में ?
मेरा जवाब हर वक्त वही होता है ,
यह दो नजरों का आपसी मामला है,
मेरा जवाब हर वक्त वही होता है ,
यह दो नजरों का आपसी मामला है,
उन्ही की भाषा है ,आप नहीं समझोगे
मोहब्बत क्या है चलो दो लब्ज़ों में बताते है !
उनका मजबूर करना ,और हमारा मजबूर हो जाना !!
मोहब्बत क्या है चलो दो लब्ज़ों में बताते है !
उनका मजबूर करना ,और हमारा मजबूर हो जाना !!
एक भोली सी सूरत ही थी ,चुप चाप से दिल में उतर गई
मिलने को तो दुनियाँ मे कई चेहरे मिले
पर उस जैसी मोहब्बत तो,
हम खुद से भी ना कर पाये
जहाँ है कशिश, दो अजनबी, वहीँ है प्यार
वहीँ तो है ,मोहब्बत का इज़हार
वहीँ तो है ,मोहब्बत का इज़हार
ऐ मोहब्बत, तूझसे पार पाने की कोई राह नही !
तू तो उसे ही मिलेगी ,जिसे तेरी परवाह नही !!
यही तो हम ने उनसे भी कहा था पहली ही मुलाक़ात में
गुरुर तो नहीं करते पर इतना खुद पे यकीन जरुर है !
अगर याद नहीं करोगे तो भुला भी नहीं पाओगे !!
उतर जाते है दिल मे कुछ लोग इस कदर
उनको निकालो तो जान निकल जाती है,
तू तो उसे ही मिलेगी ,जिसे तेरी परवाह नही !!
यही तो हम ने उनसे भी कहा था पहली ही मुलाक़ात में
गुरुर तो नहीं करते पर इतना खुद पे यकीन जरुर है !
अगर याद नहीं करोगे तो भुला भी नहीं पाओगे !!
उतर जाते है दिल मे कुछ लोग इस कदर
उनको निकालो तो जान निकल जाती है,
कितने संगदिल होते हैं कुछ लोग मगर
दिल में छिपा लेते है मुहब्बतें, काले धन की तरह !
खुलासा नही करते कभी ,
खुलासा नही करते कभी ,
कहीं ,छापा न पड जाए ,
कुछ कमाल की मोहब्बत ,भी करते हैं कुछ लोग
अचानक ही शुरू होती है ,और बिन बतायें ही ख़त्मअच्छा ही करते हैं वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते !
ख़ामोशी से मर जाते हैं मगर किसी को बदनाम नहीं करते !!
मैंने भी कहा ,हाँ लेकिन मेरी मोहब्बत की वफ़ा भी तो देख !
अब से मैं उसके नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं !!
मोहब्बत में , जुबान नहीं बोलती
अब से मैं उसके नाम वालो से भी मोहब्बत से पेश आता हूं !!
मोहब्बत में , जुबान नहीं बोलती
आँखों से सब बय्याँ हो जाता है
मोहब्बत सच्ची है तो मुँह से निकला झूठ भी .
मोहब्बत सच्ची है तो मुँह से निकला झूठ भी .
आँखों से पकड़ा जाता है !!
मुहब्बत तो दिल देकर, की जाती है मेरे दोस्त !
चेहरा देखकर तो लोग,सिर्फ सौदा करते हैँ !!
देख के एक अनजान चेहरे को ,
कोशिश जितनी भी कर लो
मोहब्बत की नहीं जाती ,
दिल चाहेगा तो हो जाती है
दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बत
चेहरा देखकर तो लोग,सिर्फ सौदा करते हैँ !!
देख के एक अनजान चेहरे को ,
कोशिश जितनी भी कर लो
मोहब्बत की नहीं जाती ,
दिल चाहेगा तो हो जाती है
दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बत
दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत
जब कुछ भी अच्छा ना लगे हमें दुनिया में
तब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत
तब हमारे जीने की वजह बनती है मोहब्बत
मोहब्बत करने वालों की कमी नहीं है दुनिया में,
अकाल तो निभाने वालों का पडा है साहब!!!
अकाल तो निभाने वालों का पडा है साहब!!!
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं,
चमकता सूरज भी तो ढल जाता है
चाँद की मोहब्बत में !!
अपनापन छलके जिसकी बातों में
अपनापन छलके जिसकी बातों में
लाखों में कुछेक ही होते है
आँखों में छलक जाते है आँसू
आँखों में छलक जाते है आँसू
जब वो हमसे दूर होते है
!
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है
ये मोहब्बत भी क्या चीज़ है
जिस से करते है !उन्ही से छुपाते भी है
मेरे दिल से निकलने का रास्ता न ढूंढ सके !वोह
जो कहते थे तुम्हारी रग रग से वाकिफ है हम !!
उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है
बेशक उसे मेरी मोहब्बत पर ,शक आज भी है
जिस नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी
पूरे तालाब में वहां मेहंदी की महक आज भी है
हर बार फिर भी पूछते हैं,हमारी चाहत का सबब
बदस्तूर इम्तिहान, इश्क का , जारी आज भी है
क्या कमाल का था ,मंसूबा उनकी मोहब्बत का ?
मेरे दिल से निकलने का रास्ता न ढूंढ सके !वोह
जो कहते थे तुम्हारी रग रग से वाकिफ है हम !!
उसकी आँखों में मोहब्बत की चमक आज भी है
बेशक उसे मेरी मोहब्बत पर ,शक आज भी है
जिस नाव में बैठ कर धोये थे,हाथ उसने कभी
पूरे तालाब में वहां मेहंदी की महक आज भी है
हर बार फिर भी पूछते हैं,हमारी चाहत का सबब
बदस्तूर इम्तिहान, इश्क का , जारी आज भी है
क्या कमाल का था ,मंसूबा उनकी मोहब्बत का ?
अपना हमें बना न सके ,किसी का हमें होने न दिया
पर इस दिल का क्या करें ?
समझाने में लगा रहता है हमेशा
मोहब्बत को ,एक हद से, गुजरने तो दो,
वो भी रोयेंगे जरूर , थोड़ा हमे बिखर जाने ,तो दो,
अभी ज़िंदा हैं तो, एहसास नहीं है उनको हमारा ,
रो रो कर पुकारेंगे हमे, एक दफा ,मर तो जाने दो।
कमाल की मोहब्बत थी उनको हमसे
अचानक सुरू हुई अचानक ख़त्म भी हो गई
ख़ामोशी हमारी वो समझ न सके
अलफ़ाज़ कोई , थे नहीं ,हमारी जुबान पे
मोहब्बत भी क्या , अजीब चीज ,बनायीं खुदा तूने,
तेरे ही मंदिर में,तेरी ही मस्जिद ,गिरजे , तेरे ही गुरूद्वारे में
तेरे ही बंदे, तेरे ही सामने रोते हैं ,फूट फूट कर ,
तुझे नहीं, किसी अपनी खोई मोहब्बत को पाने के लिए.?
भीग जाती हैं आँखें ,बात बात पर जिनकी
वो दिल से कमजोर नहीं , मोहब्बत के सच्चे होते हैं
वो शख्स जो कभी हारा ही नहीं किसी जंग में I
मोहब्बत में सर कटवाने को तैयार बैठा है II
कुछ हासिल करना ही इश्क कि मंजिल नही होती
किसी को खोकर भी कुछ लोग दिवाने बन जाते है
मुझें छोड़कर वो खुश हैं तो शिकायत कैसी !
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं तो मोहब्बत कैसी !!
वो शख्स जो कभी हारा ही नहीं किसी जंग में I
मोहब्बत में सर कटवाने को तैयार बैठा है II
कुछ हासिल करना ही इश्क कि मंजिल नही होती
किसी को खोकर भी कुछ लोग दिवाने बन जाते है
मुझें छोड़कर वो खुश हैं तो शिकायत कैसी !
अब मैं उन्हें खुश भी न देखूं तो मोहब्बत कैसी !!
सौ बार कहा दिल से ,,चल भूल भी जा उसको !
उतनी ही बार जवाब दिया दिल ने भी ,
यह बात तुम भी तो ,दिल से नहीं कह रहे !
अगर मोहब्बत उससे न मिले जिससे आप करते हो !
तो मोहब्बत उसे ज़रूर देना जो आपसे प्यार करते हैं !!
कोई ठुकरा दे चाहत को तो हंसकर सह लेना !
मुहब्बत की , तबियत में ज़बरदस्ती नहीं होती !!
बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का,
अधूरी हो सकती है मगर ख़तम नहीं !!
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा.
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे.जो मौत तक वफा करे.
रात को जब किसी की याद सताये।
तेज हवाएं बालों को उड़ाती चली जाएँ ,
उतनी ही बार जवाब दिया दिल ने भी ,
यह बात तुम भी तो ,दिल से नहीं कह रहे !
मेहबूब और मोहब्बत अपनी पहचान खुद हैं
जो दिल के आईने में हो ,
वही तो है प्यार के काबिल ,
वरना दिवार के काबिल तो हर तस्वीर होती है
वरना दिवार के काबिल तो हर तस्वीर होती है
अगर मोहब्बत उससे न मिले जिससे आप करते हो !
तो मोहब्बत उसे ज़रूर देना जो आपसे प्यार करते हैं !!
कोई ठुकरा दे चाहत को तो हंसकर सह लेना !
मुहब्बत की , तबियत में ज़बरदस्ती नहीं होती !!
बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का,
अधूरी हो सकती है मगर ख़तम नहीं !!
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा.
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे.जो मौत तक वफा करे.
रात को जब किसी की याद सताये।
तेज हवाएं बालों को उड़ाती चली जाएँ ,
करलो आँखें बंद चुपचाप सो जाओ ,
यह जो तूफ़ान सब कुछ उड़ाए जा रहा है ,
यह जो तूफ़ान सब कुछ उड़ाए जा रहा है ,
इसी का ही नाम है कटरीना
जिसे तुम ,अपनी हेरोइन समझ बैठे थे?
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने
अब से जल्दी सोया करेंगे , मोहब्बत छोड दी मैँने
जमीर जागता जरूर है , मान जाईये इस हकीकत को जनाब
कभी गुनाह करने से पहले , और कभी गुनाह करने के बाद
एक मोहब्बत और भी है जिंदगी में इस माशूक की मोहब्बत के सिवा ,
जो हमें लोगों से भी जोड़ती है जिंदगी के बैंक में जब प्यार का बैलेंस कम हो जाता है !
तब हंसी खुशी " के चेक बाउंस होने लगते है !लोग एक दुसरे से दूर होने लगते हैं
अकाउंट में बैलेंस कम होना ,या चेक पर दस्तखत का न मिलना
अक्सर चेक लौट आते हैं, ऐसे ही रिश्ते भी लौट जाते हैं, जहाँ भी कोई कमी रह जाए
इसलिए हमेशा अपनों के साथ दिली नज़दीकियां !
बनाए रखिए और एक दुसरे के हृदय पर प्यार के हस्ताक्षर करते रहे !!
तब हंसी खुशी " के चेक बाउंस होने लगते है !लोग एक दुसरे से दूर होने लगते हैं
अकाउंट में बैलेंस कम होना ,या चेक पर दस्तखत का न मिलना
अक्सर चेक लौट आते हैं, ऐसे ही रिश्ते भी लौट जाते हैं, जहाँ भी कोई कमी रह जाए
इसलिए हमेशा अपनों के साथ दिली नज़दीकियां !
बनाए रखिए और एक दुसरे के हृदय पर प्यार के हस्ताक्षर करते रहे !!