Positive attitude....
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Hum wo hai jo....haar kr bhi ye
kehte Hai.....
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Wo manzil hi badnasib thi....jo
hume na pa ski....
हम वह हैं जो हार कर भी यह कहते रहते हैं। ...
वह मंजिल ही बदनसीब थी जो हमें पा न सकी ?
ना जाने क्या कहा था उस डूबने वाले ने समुंदर से,?
कि लहरें आज तक साहिल पे अपना सिर पटक रहीं हैं
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पूछा जिंदगी ने एक दिन , मेरी नम आँखों से ,
इतना रोना किस लिये ? क्या कोई अपना ,?
या कोई दोस्त तुम से सदा के लिये बिछड़ा है ?
कितना लम्बा साथ तुम इनका चाहते थे भाई ?
आँखों से मेरी एक आंसू जा गिरा विशाल समुंदर में
व् बोली,सिर्फ उतना ,ही , जब तक
तुम इस आंसू की बूँद को , ढून्ढ कर ला पाते हो !
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हम भूल जाये तुमेह ऐसी दिल की हसरत कहाँ ,
आप याद करो हमे , इतनी आपको फुर्सत कहाँ ?.
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जिनके चारो तरफ अपनों का साथ हो ,
उनको फिर हम जैसों की ज़रूरत कहाँ .?..
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वादा न करो अगर तुम निभा न सको ,
चाहो न उसको जिसे तुम पा न सको
.दोस्त तो दुनिया में बहुत होते हैं
,पर एक खास रखो
जिसके बिना तुम मुस्कुरा न सको ...
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वो मौत भी तो बड़ी सुहानी होगी
जो आपकी दोस्ती में आनी होगी .
वादा रहा आपसे पहले हम ही जायंगे . .
क्योंकि हमें आपके लिये ,
"जन्नत " भी तो सजानी होगी
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सुना था गुजरा वक़्त अपने आप को दोहराता है
मैं आज तक गए वक़्त के इन्तिज़ार में दर पर बैठा हूँ ....
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