Sunday, December 4, 2011

दोस्तों की महफ़िल के रंग


दोस्तों की महफ़िल के रंग 



NOW WE ARE THE ONLY FRIENDS IN THIS BITING COLD?


मेरे दोस्त हमें तेरा बहुत सहारा है .
हर हम दम ने वक़्त से किया किनारा है

तुम बिन इस दुनिया में कौन हमारा है
लोग मरते है अपनी मौत के आने पर ,
हमे तो आपकी रुसवाई ने मारा है …

दोस्ती नाम है सुख दुःख की कहानी का
दोस्ती को नाज है सदा मुस्कुराने का
ये कोई पल दो पल की पहचान नहीं .
दोस्ती नाम है ता उम्र साथ निभाने का …

दोस्त दिल तोडना हमारी आदत नहीं
दिल हम किसी का दुखाते नहीं .........
जानवर हैं ,भरोसा रखना मेरी दोस्ती पर
दिल में बसाकर हम किसीको भुलाते नहीं …

हम वो हवा का झोंका भी , नहीं जो खो जायेंगे
, हम ठहरा हुआ वक़्त भी नहीं जो गुजर जायेंगे
, हम बदमिजाज़ मौसम भी नहीं जो बदल जायेंगे
, हम वो आंसू हैं जो ख़ुशी और गम दोनों में नज़र आयंगे …
`
असमान को नींद गर आई तो सुलाऊँगा कहाँ ?
धरती को अगर मौत आई तो दफनाऊ गा कहाँ ?
सागर मैं लहरें उठे गी तो छुपाऊ गा कहाँ ?
आप जैसे दोस्त की याद आये तो जाऊंगा कहाँ !

मेरी इल्तजाह है दूरियों की न परवाह किया कीजिये ,
दिल जब भी पुकारे , फ़ौरन बुला लिया की जिये
, हम बहुत दूर ज्यादा नहीं आपसे ,आपके दिल से ?
, बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये ?

मज़ा हमारी दोस्ती का और दीदार हमारा कुछ ........
इस तरह कीजये RajinderK Nagpal…


यह मर्द जात कहाँ भटक जात ???
******************** बीवी अपने पति से : अजी सुनये तो ,अपनी पड़ोसन रजनी है न ?
पति -क्यों क्या हुआ उसे ?.. उसके पति उसे बहुत प्यार करते हैं
जब देखो प्यार ,सुबह प्यार ,शाम प्यार ,तुम इतना प्यार कब करो गे ?

पति :अरे वो पूरा दिन युहीं लगा रहेगा तो मुझे कोई मोका कहाँ मिलेगा ?
क्या कहा ? नहीं कुछ नहीं .........

दारू की वजह से बर्बाद संता ने कसम ली, और घर से दारू की बोतलें फेंकने लगा।
पहली बोतल फेंक कर बोला ,तेरी वजह से मेरी नौकरी गई।
दूसरी को फेंका और... बोला: तेरी वजह से मेरी घर बिका।
तीसरी बोतल को फेंका: तेरी वजह से ,मेरी बीवी चली गई।
चौथी उठाई तो वह भरी हुई निकली तो बोला: तू साइड में
हो जा.....तेरा कोई कसूर नहीं है।



































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