THEY WERE THE PEOPLE WHO SOWED THE SEEDS OF FREEDOM IN INDIA & WHAT OUR POLITICIANS HAVE DONE TO IT ? CORRUPTION ? GHOTALA? CRIMES ?
WHO IS AT FAULT FOR THE STATE OF AFFAIRS ?
WHO IS AT FAULT FOR THE STATE OF AFFAIRS ?
- आज ६० वर्ष के बाद भी भारत में हम जो भी झेल रहे हैं..व् सह रहे हैं... इसमें हमारी भी गलती है की हम बार बार एक पार्टी कांग्रेस को ही सत्ता में लाये.हैं .. आज जो भी घटनाएं भारत को हिला रही हों... हम भारत वासिओं को सता रही हों .....चाहे वो महंगाई हो या आतंकवाद या फिर भारत पर चढ़ता विदेशी क़र्ज़ ....वह सब नेहरु परिवार के वंशवाद की देन हैं...बार बार एक ही खानदान के लोग चुन कर आते हैं और दबा कर देश को चुना लगते हैं , सारे घोटाले व् स्कैम इसी बात के सबूत हैं ! तो उन्हें लगता है की कुछ करें या न करें सत्ता उनका जन्मसिद्ध अधिकार है या उनेह गरीबों व् झोपड़ पट्टी के वोट खरीदने का पूरा तजुर्बा है जिसकी वजह से वो हरबार सत्ता की कुर्सी पर आकर बैठ जाते हैं ... उन्हें इसे प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की देश के लिए सेवा भावना, देशाटन कर भारत और भारत वासियों की समस्याओं को जानने की आवश्यकता ही नहीं है.उन्होने जो गैर कानूनी ढंग से पैसा इकठा किया हुआ है उसी के बल पर वो बार बार सत्ता में आ जाते हैं ... इसी लिए वह विदेश में ही पढाई करते हैं विदेश में ही रहते हैं और विदेशी सभ्यता को ही अपनाते हैं...उनेह भारत के पैसे से प्यार है देश से नहीं .
- कांग्रेस पार्टी में व्याप्त वंशवाद भी एक तरह का नासूर है जो जिसने हमारे देश को खोखला कर दिया है.हमारे बडे बडे दिग्गज नेता सोनिया दरबार में ऐसे हाथ बांध के खड़े रहते हैं जैसे की बाहर से आई एक औरत ही हमारे देश की मालकिन है ,बाकी सब उसके गुलाम , शर्म आती है इस पार्टी पर जो सिर्फ विदेशी औरतों से ही चलती है , याद करिए नेहरु जी की प्रेम कथा लोर्ड मौंट बैटन की बीवी के वजह से देश का विभाजन मान लिया गया . हमारे आत्मसम्मान को हिला के रख दिया है.. इसलिए आइये यह तय करें की की हम भारतीय राजनीती में वंशवाद को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे और आगे भी जो पार्टी हम सत्ता में लायेंगे.. वह भी वंशवाद को प्रोत्साहित न करे इसका हम ध्यान रखेंगे...
- अब सत्ता में आने के लिए और सत्ता में टिके रहने के लिए सभी को मेहनत करनी होगी , तभी सब को एक अच्छी पार्टी का राज्य मिलेगा . अमीरों को अपने घर से बाहर निकल कर वोट डालने पड़ेंगे और गरीबों को भी अपनी सोच बदलनी पड़ेगी , उनेह भी थोड़े थोड़े लालच में आकर अपना वोट ऐसी पार्टी को नहीं देना होगा जो चुनाव के बाद नज़र ही नहीं आती !
4 अभी आज तक हम फाके बुक पर जो भी लिख रहे हैं वो भी शायद सरकार रोकना चाहती है ताकि कोई
भी आवाज न उठ सके !
THEY " OUR" FOREFATHERS FOUGHT FOR THE BEAUTIFUL DAWN , NOT FOR THE PRESENT SUNSETS |
AWAITING DAWN AFTER EVERY SUN SET ? |
IF INDIANS COULD ACHIEVE SO MUCH IN OTHER COUNTRIES WHY NOT IN INDIA? REASON IS CLEAR , OUR DIRTY POLITICS WHICH IS NOT CONGENIAL TO GROWTH? |
No comments:
Post a Comment