Wednesday, January 16, 2019

ADABI SANGAM ................................................ "SHIDDAT"............. इसी का नाम है जिंदगी -...................................................................[FEBRUARY ,23, 2019 ]........................ (38)



"LIFE BEGINS HERE AGAIN "


 


शिद्दत 

तंग नहीं करते हैं हम उन्हें आजकल ,
अब यह बात भी उन्हें तंग करती है। 

गीता में कृष्ण भगवान् ने उपदेश दिया ,
न जीत चाहिए , न हार चाहिए , 

एक सुखी जीवन के लिए केवल कुछ मित्र ,
और हँसता खेलता निष्कपट परिवार चाहिए। 

एक कश्मकश से भरे ,ताने -बाने का नाम है जिंदगी 
 कभी कटेगी दुनिया के तानो में  ,कभी खुद के बुने बानो में ,

शिद्द्त से गर ढूंढेगा अपने रास्ते , हमसफ़र भी मिलेंगे मंजिल भी  
इतना भी मत इतरा खुद की तारीफे शिद्द्त  सुनकर ऐ इंसान !
यह दुनिया है प्यारे इसकी हर भाव के मतलब न्यारे होते हैं. 

उड़ जायेंगे तेरे आँखों से वह रंगीन अक्स खुद की तस्वीर के  ,
जिसे तूं खुद की मेहनत और खुदा की रेहमत समझ बैठा है। 

मत भूलना वक्त की  उस डाली को  जिसपे तेरा घरोंदा है 
गुमान है न तुझे अपने हासिल किये हर उस मुक्काम पर ?
जिसे तूने खुद की शिद्द्त का इनाम समझ रखा है 

 किस बात का शिद्द्ते खौफ दिल में लिए फिरता है , 
शिद्द्त से  मंदिर , गुरूद्वारे मस्जिद में भटक रहा ,

शिद्द्ते मन्नतों का अम्बार लिए , पर किसके लिए ? 
खोने और पाने को कुछ भी नहीं है इस संसार में ,

साथ ले जाने को भी कुछ नहीं यहाँ ,
 गमों से बोझिल न उमीदी है फक्त , 
पर कहने को शिद्द्तों का बाजार है यह 

बड़ी शिद्द्त से दौड़े चले जा रहे है किसी उम्मीद से 
ना राज है कोई जिंदगी का , ना नाराज है वो  हम से 

महिफले बेशुमार सजा ली हैं हमने ,अपने रसूक से 
 किरदार भी जिंदगी में  असरदार  निभाए हैं  हमने ,
इसी जिंदगी में 

उसमे एक लम्बी फेहरिस्त भी है  दोस्तों की ,
कुछ वक्त साथ चले जो और कुछ जल्दी झटक गए 

ऐसा क्यों होता है इंसान तो निबट जाता है मसले नहीं ?
सुना है एक विवाद मंदिर मस्जिद का भी है अदालत में ,

जहाँ खुद भगवान् के जनामस्थल पर इंसान लड़ रहा है ,
लेकिन इंसानी अदालते अपनी कमजोर जेहनियत से मजबूर ,

तारिख पे तारीख देकर उस खुदाई से डर  कर भागे जा रहीं हैं ,
मि  लार्ड की तरह  गर यमराज भी तारीखों में उलझ गए तो ?
सिर्फ एक ही तारीख में सब को निबटा देंगे। इसी डर से उनकी कलम ही रुक गई है। 


यार आंसुओं को आँखों की देहलीज़ पर यूँ लाया न करो 
अपने दिल के हालात भी  किसी को बताया न करो 
लोग मुठी भर नमक अपनी जेब में लिए फिरते है आज कल 
अपने गहरे जख्म किसी को खुले आम यूँ दिखाया न करो 

Sharing 2 of my Best Quotes which have Changed my entire Life:::
1) When you DO ANYTHING NEW, 1st people LAUGH at you,
Then they CHALLENGE you, Then they WATCH you succeed & then,
THEY WISH, THEY WERE YOU 2):::
If our Vision is for a Year, Plant WHEAT...

If our Vision is for Ten Years, Plant TREES...
But for a Lifetime Vision, Plant RELATIONS...


न जाने कौन है गुमराह , कौन आगाहे मंजिल है ..
हजारों कारवां है जिन्दगी की शाह राहों में ..
राहे मंजिल में सब गम हैं , मगर अफ़सोस तो ये है
आमिरे-कारवां भी हैं , इन्ही गम कर्दा राहों में

Who knows the destination, who knows not in
the highways of life, thousands of caravans all
are lost in their search, but alas!
the leaders are too lost in the paths unknown