, हजार्रों तरहi के ये होते है आंसू , कभी मिलने पे और,
कभी बिछडने ,के , गम पे रोते हैं आंसू
अगर दिल हो घायल , तो भी रोते हैं आंसू ,
ख़ुशी में भी आंखे , भिगोते है आंसू .
जिनेह जान सकता, नहीं यह जमाना
मैं खुश हूँ मेरे आंसूं औं पे न जाना ,
वोह तो कहते है , मुझको .
दीवाना ,दीवाना ,दीवाना
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