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Thursday, December 15, 2011

Parliament Photo


This is one such temple where ,the followers follow their own logics
They come to this temple with a pledge that they will serve the humanity
but end in serving their own selfish goals ?




       









 दुनिया में अगर शख्सियतें  पूजी जाती है सिर्फ दौलत के जोर पे..?
तो भगवान् के मंदिर में इतना चढ़ावा किस लिए  चढ़ता  है ,,,,,.
सिक्कों की खनक पे ही यहाँ गर  आदमी की औकात बदल जाती,.
तो कोठे इतनी वीरान क्यों हो जाते है ,हुस्न ढल जाने के बाद .?


































































































PERCEPTION CHANGES

LATEST GADGETS AT WORK IN THE COMING CENTURIES , WHERE LIFE WILL BE ALL PLAY NO WORK  
ONE BIG BOSS THE SHAKTI KAPOOR WITH HIS HOUSE MATES AFTER FEW MONTHS OF STAY 

Wednesday, December 14, 2011

I AM WELL OFF , DON'T CRY RECESSION



















क्यों डुबाते हो दूसरों को अपने गम के प्याले में,
क्यों करते हो दर्द का इज़हार ..
जन्नत उसी में है जब लोगों को गुमान हो
की खुशियाँ तेरे दामन में हैं हज़ार ..
बिखर जाने दो पंखुरियां तेरी 'मुस्कान' की इतनी
की दूसरों के उजड़े चमनो में आ जाये बहार.. .... )


"तुम ग़लत या हम ग़लत,
तुम सही या हम सही........,
इस बात का राज न जाने कब खुले !
छोड़ो इन बातों में अब क्या रखा है ?
गर मिले फुर्सत कभी ,तो सोचेंगे यही की ,.
ये ज़ालिम ज़माने कि साजिश ही रही
असल में थे तुम भी सही, और हम भी सही.
?

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मनु,"डेडी, ज्यादा काबिल कौन है मैं या आप?"

डैडी, " मै, क्योकि मैं एक तो तुम्हारा बाप हुँ, दुसरे उम्र मे भी तुम से बडा हुँ और मेरा तजुर्बा भी तुम से ज्यादा है।"
मनु, "फ़िर तो आप जानते होगें कि अमेरिका की खोज किस ने की थी? "
डैडी, "कोलम्बस ने की थी"
 मनु, "कोलम्बस के बाप ने क्यों नही की, उसका तजुर्बा तो कोलम्बस से कही ज्यादा होगा  न ????
?
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दिल्ली जाने वाली एक बस खचाखच भर चुकी थी। एक बुढिया बस रुकवा कर जबरदस्ती चढ गई। कंडक्टर के मना करने के बावजूद उस ने कहा मुझे ज़रुरी जाना है। किसी ने बुढिया को सीट नही दी। अगले बस स्टैंड से एक युवा सुंदर लडकी बस मे चढी तो एक दिल फैंक युवक ने अपनी सीट उसे आँफर कर दी और खुद खडा हो गया। युवती ने बुढिया को सीट पर बैठा दिया और खुद खडी रही । युवक अहिस्ता से बोला, " मैने तो सीट आप को दी थी।" इस पर युवती बोली, "धन्यवाद, लेकिन किसी भी चीज पर बहन से ज्यादा मां का हक होता है।"


MY EARINGS WERE TOO HEAVY FOR MY EARS , MY BODY HAS PROTECTED THEM FROM CHAIN SNATCHERS?