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Tuesday, December 6, 2011

MOTHER WAS INVENTED BY GOD TO TAKE OVER HIS CHARGE ON EARTH








 

एक बच्चा जन्म लेने जा रहा था। उसने भगवान से पूछा, आप मुझे कल नीचे पृथ्वी पर भेज रहे हैं, मैं इतना छोटा और असहाय हूं, वहां जाकर कैसे रहूंगा?

भगवान बोले, बहुत सारी परियों में से एक परी मैंने तुम्हारे लिए चुनी है। वही तुम्हारी देखभाल करेगी। पर मुझे बताइए, मेरे साथ वहां क्या होगा, मैं वहां क्या
करुंगा? यहां स्वर्ग में मैं कुछ नहीं करता, हंसने और गाने के सिवाय, इसी से मुझे खुशी मिलती है।

वह परी तुम्हारे लिए हर दिन गाएगी व मुसकराएगी, तुम्हारी हर खुशी का खयाल रखेगी और धीरे-धीरे तुम्हें नया भी बहुत कुछ सिखाएगी
वहां के लोगों की भाषा व बात मैं कैसे समझूंगा?

वह परी तुम्हें मधुर शब्दों में सब समझाएगी और तुम्हें बोलना भी सिखाएगी। और जब मैं आपसे बात करना चाहूंगा तो क्या करूंगा? वह परी तुम्हें हाथ जोड कर
मेरी प्रार्थना करना सिखाएगी, जिससे सीधे न सही, पर भावनात्मक स्तर पर हमारी-तुम्हारी बातचीत होगी जरूर।

मैंने सुना है कि पृथ्वी बुरे आदमियों से भरी पडी है, मेरी रक्षा कौन करेगा?
वह परी अपनी जान पर खेल कर भी तुम्हारी रक्षा करेगी। आपको देख न पाने के कारण, आपके बारे में जान न पाने के कारण मैं उदास हुआ तो..। वह ही मेरे बारे
में तुम्हें बताएंगी। 

सब तरफ से हार जाने पर बच्चा समझ गया कि उसका नीचे जाना तय है। हार कर उसने पूछा कि भगवन, मैं जा रहा हूं, पर जिसके पास जा रहा हूं, आप मुझे उस परी का नाम तो बता दीजिए। उसका नाम बहुत मायने नहीं रखता, पर तुम उसे मां बुला सकते हो। यह है मां बच्चे के बीच की असली  कहानी। यह सच है कि एक बच्चे के नजरिए से देखें तो सदियों पहले का बच्चा हो या आधुनिक बेबी, भारत में जन्म लिया हो या अमेरिका जैसे हाई-फाई शहर में
या पिछडे हुए किसी गांव में, उसकी जरूरतें समान होती हैं

MOTHER WAS INVENTED BY GOD TO FULFILL HIS LOVE FOR CHILDREN















                                                                                                                                                                        

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HEALTH NEWS ( BRAIN STROKE)


  •           STROKE: Remember The 1st Three Letters..



  • . S.T..R


  •                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                        My friend shared with me and encouraged me to post it and spread the word. I agree. If everyone can remember


  • something this simple, we could save some folks.


  • STROKE IDENTIFICATION:


  • During a party, a friend stumbled and took a little fall - she assured everyone that she was fine and just tripped over a 


  • brick because of her new shoes. (they offered to call ambulance)



  • They got her cleaned up and got her a new plate of food - while she appeared a bit shaken up, Ingrid went about 


  • enjoying herself the rest of the evening. Ingrid's husband called later telling everyone that his wife had been taken to 


  • the hospital - (at 6:00pm , Ingrid passed away.)



  • She had suffered a stroke at the party . Had they known how to identify the signs of a stroke, perhaps Ingrid would be 


  • with us today.



  • Some don't die. They end up in a helpless, hopeless condition instead. It only takes a minute to read this...




  • STROKE IDENTIFICATION:




  • A neurologist says that if he can get to a stroke victim within 3 hours he can totally reverse the effects of a 


  • stroke...totally. He said the trick was getting a stroke recognized, diagnosed, and then getting the pa tient  



  •                                                                                   
  •            
  • medically cared for within 3 hours, which is tough.


  • RECOGNIZING A STROKE



  • Remember the '3' steps, STR . Read and Learn!


  • Sometimes symptoms of a stroke are difficult to identify. Unfortunately, the lack of awareness spells disaster.


  • The stroke victim may suffer severe brain damage when people nearby fail to recognize the symptoms of a stroke.


  • Now doctors say a bystander can recognize a stroke by asking three simple questions :



  • S * Ask the individual to SMILE ..



  • T * = TALK. Ask the person to SPEAK A SIMPLE SENTENCE (Coherently) (eg 'It is sunny out today').



  • R * Ask him or her to RAISE BOTH ARMS .


  • If he or she has trouble with ANY ONE of these tasks, call the ambulance and describe the symptoms to the dispatcher.



  • NOTE : Another 'sign' of a stroke is



  • 1. Ask the person to 'stick' out their tongue.



  • 2. If the tongue is 'crooked', if it goes to one side or the other that is also an indication of a stroke.




  • A prominent cardiologist says if everyone who gets this post shares with10 people; you can bet that at least one life will be saved.



  • And it could be your own.
 

ENEMIES OF FREE INDIA ?

THEY WERE THE PEOPLE WHO SOWED THE SEEDS OF FREEDOM IN INDIA & WHAT OUR POLITICIANS HAVE DONE TO IT ? CORRUPTION ? GHOTALA? CRIMES ? 



WHO IS AT FAULT FOR THE STATE OF AFFAIRS ?  


                 

  • आज ६० वर्ष के बाद भी भारत में  हम जो भी झेल रहे हैं..व्  सह रहे हैं... इसमें हमारी भी गलती है की हम बार बार एक पार्टी  कांग्रेस को ही  सत्ता में लाये.हैं  .. आज जो भी घटनाएं भारत को हिला रही हों... हम भारत वासिओं को सता रही हों .....चाहे वो महंगाई हो या आतंकवाद या फिर भारत पर चढ़ता विदेशी क़र्ज़ ....वह सब नेहरु परिवार के  वंशवाद की देन हैं...बार बार एक ही खानदान के लोग चुन कर आते हैं और दबा कर देश को चुना लगते हैं , सारे घोटाले व् स्कैम इसी बात के सबूत हैं ! तो उन्हें लगता है की कुछ करें या न करें सत्ता उनका जन्मसिद्ध अधिकार है या उनेह गरीबों व् झोपड़ पट्टी के वोट खरीदने का पूरा तजुर्बा है जिसकी वजह से वो हरबार सत्ता की कुर्सी पर आकर बैठ जाते हैं ... उन्हें इसे  प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की देश के लिए सेवा भावना, देशाटन कर भारत और भारत वासियों की समस्याओं को जानने की आवश्यकता ही नहीं है.उन्होने जो गैर कानूनी ढंग से पैसा इकठा किया हुआ है उसी के बल पर वो बार बार सत्ता में आ जाते हैं ... इसी लिए वह विदेश में ही पढाई करते हैं विदेश में ही रहते हैं और विदेशी सभ्यता को ही अपनाते हैं...उनेह भारत के पैसे से प्यार है देश से नहीं .
  • कांग्रेस पार्टी में व्याप्त वंशवाद भी एक तरह का नासूर है जो जिसने हमारे देश को खोखला कर दिया है.हमारे बडे बडे दिग्गज नेता सोनिया दरबार में ऐसे हाथ बांध के खड़े रहते हैं जैसे की बाहर से आई एक औरत ही हमारे  देश की मालकिन है ,बाकी सब उसके गुलाम , शर्म आती है इस पार्टी पर जो सिर्फ विदेशी औरतों से ही चलती है , याद करिए नेहरु जी की प्रेम कथा लोर्ड मौंट बैटन की बीवी के वजह से देश का विभाजन मान लिया गया  . हमारे आत्मसम्मान को हिला के रख दिया है.. इसलिए आइये यह तय करें की की हम भारतीय राजनीती में वंशवाद को पूरी तरह से समाप्त कर देंगे और आगे भी जो पार्टी हम सत्ता में लायेंगे.. वह भी वंशवाद को प्रोत्साहित न करे इसका हम ध्यान रखेंगे...

  1. अब सत्ता में आने के लिए और सत्ता में टिके रहने के लिए सभी को मेहनत करनी होगी , तभी सब को एक अच्छी पार्टी का राज्य मिलेगा . अमीरों को अपने घर से बाहर निकल कर वोट डालने पड़ेंगे और गरीबों को भी अपनी सोच बदलनी पड़ेगी , उनेह भी थोड़े थोड़े लालच में आकर अपना वोट ऐसी पार्टी को नहीं देना होगा जो चुनाव के बाद नज़र ही नहीं आती !


   4 अभी आज तक हम फाके बुक पर जो भी लिख रहे हैं वो भी शायद सरकार रोकना चाहती है ताकि कोई

     
      भी आवाज न उठ सके ! 



THEY " OUR" FOREFATHERS FOUGHT FOR THE BEAUTIFUL DAWN ,
 NOT FOR THE PRESENT SUNSETS

AWAITING DAWN AFTER EVERY SUN SET ?




IF INDIANS COULD ACHIEVE SO MUCH IN OTHER COUNTRIES WHY NOT IN INDIA?
REASON IS  CLEAR , OUR DIRTY POLITICS WHICH IS NOT CONGENIAL TO GROWTH?