* Peech darling *    
IS COMING IN JULY 2020
                                      
                                                      
MAY 30th,2020
                                            
आज गोद भराई के शुभ अवसर पर। ..
दादी दादा की तरफ से एक प्यारभरी चिट्ठी _
IS COMING IN JULY 2020
MAY 30th,2020
आज गोद भराई के शुभ अवसर पर। ..
दादी दादा की तरफ से एक प्यारभरी चिट्ठी _
हमारे जीवन की एक यादगारऔर खुशगवार  घडी फिर से आ गई है ,
बरसों से था इंतज़ार जिसका वोह खत्म होने को है, यह खबर आई है
हमारी बगिया के तीन खिले , फूलों को साथ देने ,ईश्वर ने और एक
लहलहाती नई कली नीतिका-समीर की गोद में खिलाई है।
हमारी परी के आने का ,खत्म बस अब इंतज़ार है .....
बरसों से था इंतज़ार जिसका वोह खत्म होने को है, यह खबर आई है
हमारी बगिया के तीन खिले , फूलों को साथ देने ,ईश्वर ने और एक
लहलहाती नई कली नीतिका-समीर की गोद में खिलाई है।
हमारी परी के आने का ,खत्म बस अब इंतज़ार है .....
पीच ,मैं हूँ तेरे पापा की मम्मी ,लगती हूँ दादी तेरी , 
मेरे साथ बैठे हैं दादा भी तेरे,खुशियों से सराबोर हैं ,
सब दीवाने ,उड़ कर आना चाहते है ,पास तेरे ,
मेरे साथ बैठे हैं दादा भी तेरे,खुशियों से सराबोर हैं ,
सब दीवाने ,उड़ कर आना चाहते है ,पास तेरे ,
 दिल से सब मजबूर है ,आ नहीं सकते मगर , 
दुनिया में परी हमारी जब आएगी ,सबको हंसाएगी 
रोते रोते भी कैसे खुश रहें ,यह सबको समझाएगी।
तू है परिवार की आशा ,हमारी किस्मत की कड़ी ,
और हमारे ख्वाबों की है, लाड़ली हुस्न परी
जल्दी से बस अब खत्म हमारा भी ,यह इंतज़ार हो जाए ,
तेरी मासूम हंसी पे हम सब निस्सार हो जाएँ
रब करे तेरे क़दमों से, हर तरफ ,गुलजार हो '''जाए
बहुत चाहा पीच के आने से पहले , हम भी सब मौजूद होंते ,
हमारे सामने ही वह हसीं लम्हेँ हकीकत का रूप लेते
पर ऐसा हो न पाया , गहरा जो गया है कोरोना का साया
कैद होकर रह गए है हम अपने जज्बातों के समुन्द्र में
WITH OUR BEST OF BLESSINGS
तू है परिवार की आशा ,हमारी किस्मत की कड़ी ,
और हमारे ख्वाबों की है, लाड़ली हुस्न परी
जल्दी से बस अब खत्म हमारा भी ,यह इंतज़ार हो जाए ,
तेरी मासूम हंसी पे हम सब निस्सार हो जाएँ
रब करे तेरे क़दमों से, हर तरफ ,गुलजार हो '''जाए
बहुत चाहा पीच के आने से पहले , हम भी सब मौजूद होंते ,
हमारे सामने ही वह हसीं लम्हेँ हकीकत का रूप लेते
पर ऐसा हो न पाया , गहरा जो गया है कोरोना का साया
कैद होकर रह गए है हम अपने जज्बातों के समुन्द्र में
WITH OUR BEST OF BLESSINGS
दादा और दादी का बहुत बहुत प्यार
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