Translate

Sunday, July 7, 2019

बात बन जाती है .................."कोशिश तो करो " ................................................................................................................................................................................... 32

बात बन जाती है "कोशिश तो करो "






अब हमने भी खोज निकाले  दो नायाब नुस्खे हकीम लुकमान के 
अपना वक्त उनपे मत लगाओ जिनका आपसे कोई वास्ता नहीं,
चाहे वह आपके इर्द गिर्द पड़ी खूबसूरत वस्तुएं हो या खूबसूरत लोग  

अब तेरे हिज्र में कुछ लुत्फ़ नहीं  बचा है बाकी ,,
अब तुम्हें याद  भी करते हैं तो आदत की तरह !


तुम मेरी पहली मुहबत तो नहीं हो ,,पर
मैं ने चाहा तो  तुम्हें है पहली मुहबत की तरह !


याद आती है तो जरा खो जाते हैं ,उसकी याद में
आंसू आँखों में आएं तो जरा फरियादी  रो लेते हैं ,


नींद तो आती नहीं आँखों में , सपने संजोने लगते हैं
लेकिन वो ख़्वाबों में आएगी , यही सोच कर सो लेते हैं।

वो  आई थी  मेरी जिंदगी में ,तो लौट कर अब तक नहीं गई  ,,
तुम भी चिपट  जाओ मुझसे, ऐसी ही मुसीबत की तरह !

इबादत कर इबादत करन दे नाल गल बन जांदी है ,
किसे दी आज बनदी है ते किसे दी कल बन जांदी  है


उच्ची सोच ते  सर नीवां , गुरु दी एहि आवाज आंदि है
एह सागर जिंना गहरा होवे , ओनी ही उछाल बनदी है !


इक वारी ज़रा दिल नाल तू अरदास ते कर के देख ,

अपनी इच्छा शक्ति नाल सारी  दुनिया ही बदल जांदी है

 
वरना जिंदगी के तीन रिश्तों के रिंग्स में फंस के रह जाओगे
इंगेजमेंट रिंग , वेडिंग रिंग , और आखिरी बड़ी रिंग है सफरिंग  

अगर आप का हृदय इतना विशाल है तो लगा लो ऐसे रिश्तों को गले ,
रिश्तों को अपने रिस्क पर पालें ,यह सिर्फ सलाह है कोई गारंटी नहीं